Monday, May 30, 2016
Sunday, May 29, 2016
महाराष्ट्र ग्रामीण पत्रकार संघाचा *पत्रकार भूषण पुरस्कार 2016* मंगेश विठ्ठल कोळी याना प्रदान करताना माजी उपमुख्यमंत्री मा. खा. विजयसिंह मोहिते-पाटील यांच्या शुभहस्ते देण्यात आला. त्यावेळी उपस्थित आ. गणपतराव देशमुखसो, प्राचार्य अभयकुमार साळुंखे, आ. सदाशिवराव (भाऊ) पाटील, दिपक आबा साळुंखे-पाटील व इतर मान्यवर....
Friday, May 27, 2016
Tuesday, May 24, 2016
Saturday, May 21, 2016
महान व्यक्ती - कल्याणसुंदरम
रस्त्यावरून जाताना 73 वर्षाचा एक सामान्य माणूस दिसला तर त्याला कधी कमी लेखू नका। कदाचित त्या दानशूर वृद्धाचे नाव कल्याणसुंदरम असेल, ज्याने बक्षीस म्हणून मिळालेले तब्बल 30 कोटी रुपये गरीब विद्यार्थ्यांच्या शिक्षणासाठी आणि आरोग्यासाठी दान केले।
हजारो कोटींची कमाई करून समाजासाठी कधी 1-2 कोटीही खर्च न करणाऱ्या सिने अभिनेत्यांची, क्रिकेट पटूची नावे आपल्याला तोंड पाठ असतात, पण समाजासाठी 30 कोटी दान करणाऱ्या कल्याण सुंदरमचे नाव मात्र देशातील 1 टक्का लोकांनाही माहित नसते।
1962 च्या भारत पाक युद्धाच्या वेळी पंडित नेहरूंनी आकाशवाणीवरून देशाला सढळ हाताने मदत करायचं आवाहन केलं। विशीतील कल्याण सुंदरम त्या भाषणाने इतका प्रेरित झाला कि तडक जाऊन मुख्यमंत्री कामराजना भेटला। त्याने आपल्या गळ्यातली सोन्याची चेन मदत म्हणून दिली। नंतर मुख्यमंत्र्यांनी त्याचा सत्कार केला। पुढे तो मुलगा खूप शिकला। एम.ए. झाला। लायब्ररी सायन्स मद्धे सुवर्ण पदक विजेता ठरला।
कॉलेजमद्धे लायब्ररीयन म्हणून तब्बल 35 वर्षें नोकरी करूनही कल्याण सुंदरमने एकदाही स्वतःसाठी पगार घेतला नाही। आपला पगार तो परस्पर गरीब विद्यार्थ्यांच्या शिक्षणासाठी खर्च करायचा। 1998 मद्धे 35 वर्षे सेवा करून कल्याण सुंदरम निवृत्त झाले। मिळालेली 10 लाख रुपये पेन्शनही त्यांनी दान केली। त्यानंतरही ते हॉटेल मध्ये वेटरचं काम करून पैसे मिळवतच राहिले- मुलांच्या मदतीसाठी म्हणून।
इतका अफाट त्याग करणाऱ्या कल्याण सुंदरमच्या कार्याची दखल कधीच कुठल्या सरकारने घेतली नाही। पण अमेरिका आणि युनोने त्यांच्या कार्याची दखल घेऊन त्यांना " Man of the Millenium ' उपाधी देऊन त्यांचा गौरव केला। त्यांना अमेरिकेतील एका संस्थेने तब्बल 30 कोटी रुपये बक्षीस म्हणून दिले। त्यांनी ती प्रचंड रक्कमही दान करून टाकली।
आजही कल्याण सुंदरम सामाजिक कार्यात गुंतलेले आहेत। लोकांकडून कधी रद्दी तर कधी जुने कपडे गोळा करून गरजूना वाटतात। दुर्दैवाने आपण त्यांच्यापासून प्रेरणा घेऊन नाही हे देशाचे दुर्दैव
जीवन का मूल्य क्या है?
एक आदमी ने भगवान बुद्ध से पुछा : जीवन का मूल्य क्या है?
बुद्ध ने उसे एक Stone दिया और कहा : जा और इस stone का
मूल्य पता करके आ , लेकिन ध्यान रखना stone को बेचना नही है I
वह आदमी stone को बाजार मे एक संतरे वाले के पास लेकर गया और बोला : इसकी कीमत क्या है?
संतरे वाला चमकीले stone को देखकर बोला, "12 संतरे लेजा और इसे मुझे दे जा"
आगे एक सब्जी वाले ने उस चमकीले stone को देखा और कहा
"एक बोरी आलू ले जा और इस stone को मेरे पास छोड़ जा"
आगे एक सोना बेचने वाले के
पास गया उसे stone दिखाया सुनार उस चमकीले stone को देखकर बोला, "50 लाख मे बेच दे" l
उसने मना कर दिया तो सुनार बोला "2 करोड़ मे दे दे या बता इसकी कीमत जो माँगेगा वह दूँगा तुझे..
उस आदमी ने सुनार से कहा मेरे गुरू ने इसे बेचने से मना किया है l
आगे हीरे बेचने वाले एक जौहरी के पास गया उसे stone दिखाया l
जौहरी ने जब उस बेसकीमती रुबी को देखा , तो पहले उसने रुबी के पास एक लाल कपडा बिछाया फिर उस बेसकीमती रुबी की परिक्रमा लगाई माथा टेका l
फिर जौहरी बोला , "कहा से लाया है ये बेसकीमती रुबी? सारी कायनात , सारी दुनिया को बेचकर भी इसकी कीमत नही लगाई जा सकती ये तो बेसकीमती है l"
वह आदमी हैरान परेशान होकर सीधे बुद्ध के पास आया l
अपनी आप बिती बताई और बोला "अब बताओ भगवान , मानवीय जीवन का मूल्य क्या है?
बुद्ध बोले :
संतरे वाले को दिखाया उसने इसकी कीमत "12 संतरे" की बताई l
सब्जी वाले के पास गया उसने इसकी कीमत "1 बोरी आलू" बताई l
आगे सुनार ने "2 करोड़" बताई lऔर जौहरी ने इसे "बेसकीमती" बताया l
अब ऐसा ही मानवीय मूल्य का भी है l
तू बेशक हीरा है..!!लेकिन, सामने वाला तेरी कीमत,
अपनी औकात - अपनी जानकारी - अपनी हैसियत से लगाएगा।
घबराओ मत दुनिया में.. तुझे पहचानने वाले भी मिल जायेगे।
बुद्ध ने उसे एक Stone दिया और कहा : जा और इस stone का
मूल्य पता करके आ , लेकिन ध्यान रखना stone को बेचना नही है I
वह आदमी stone को बाजार मे एक संतरे वाले के पास लेकर गया और बोला : इसकी कीमत क्या है?
संतरे वाला चमकीले stone को देखकर बोला, "12 संतरे लेजा और इसे मुझे दे जा"
आगे एक सब्जी वाले ने उस चमकीले stone को देखा और कहा
"एक बोरी आलू ले जा और इस stone को मेरे पास छोड़ जा"
आगे एक सोना बेचने वाले के
पास गया उसे stone दिखाया सुनार उस चमकीले stone को देखकर बोला, "50 लाख मे बेच दे" l
उसने मना कर दिया तो सुनार बोला "2 करोड़ मे दे दे या बता इसकी कीमत जो माँगेगा वह दूँगा तुझे..
उस आदमी ने सुनार से कहा मेरे गुरू ने इसे बेचने से मना किया है l
आगे हीरे बेचने वाले एक जौहरी के पास गया उसे stone दिखाया l
जौहरी ने जब उस बेसकीमती रुबी को देखा , तो पहले उसने रुबी के पास एक लाल कपडा बिछाया फिर उस बेसकीमती रुबी की परिक्रमा लगाई माथा टेका l
फिर जौहरी बोला , "कहा से लाया है ये बेसकीमती रुबी? सारी कायनात , सारी दुनिया को बेचकर भी इसकी कीमत नही लगाई जा सकती ये तो बेसकीमती है l"
वह आदमी हैरान परेशान होकर सीधे बुद्ध के पास आया l
अपनी आप बिती बताई और बोला "अब बताओ भगवान , मानवीय जीवन का मूल्य क्या है?
बुद्ध बोले :
संतरे वाले को दिखाया उसने इसकी कीमत "12 संतरे" की बताई l
सब्जी वाले के पास गया उसने इसकी कीमत "1 बोरी आलू" बताई l
आगे सुनार ने "2 करोड़" बताई lऔर जौहरी ने इसे "बेसकीमती" बताया l
अब ऐसा ही मानवीय मूल्य का भी है l
तू बेशक हीरा है..!!लेकिन, सामने वाला तेरी कीमत,
अपनी औकात - अपनी जानकारी - अपनी हैसियत से लगाएगा।
घबराओ मत दुनिया में.. तुझे पहचानने वाले भी मिल जायेगे।
Friday, May 20, 2016
Wednesday, May 18, 2016
Saturday, May 14, 2016
Wednesday, May 11, 2016
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